भारत एक कृषि प्रधान देश है जिसमे सबसे ज्यादा गेहूं, चावल, दालें, गन्ना, और कपास जैसी फसलें उगाई जाती हैं, लेकिन फिर भी किसानों की हालत माली रहती है। क्योंकि हर साल किसानों को बाढ़, सूखा या फसल बीमारी का सामना करना ही पड़ता है जिसके चलते किसान हमेशा परेशान रहता है। अब किसान जमींदार रामेश्वर चौधरी महोगनी के पेड़ लगाकर करोड़ों रुपए कमा रहा है।
2 वर्ष पहले सेवानिवृत्त हुए यशवंतपुर के किसान परिवार से जुड़े रामेश्वर चौधरी ने बताया कि उनके पिता जी ही उनके प्रेरणा स्रोत है। उनकी वजह से मैं ग्रीन इंडिया बायो टेक में आया तो मैंने महोगनी के पौधे लगाए। महोगनी के पेड़ लगाकर करोड़ों की कमाई की जा सकती है। महोगनी की लकड़ी बहुत ज्यादा ठंडे तापमान वाले देशों में एक्सपोर्ट होती है। इससे लकड़ी के घरों में बनाये जाने लकड़ी के फर्श में इसी की लकड़ी का प्रयोग होता है। बड़े-बड़े होटलों में इसके दरवाजे बनते है। उहोंने बताया कि 6 एकड़ में 3 हजार पौधे महोगनी के लगाए है। प्रति पौधा लगाने में 185 रुपये की लागत आई है। इसके अलावा पौधों के लिए ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करते है। एक पौधा जब 12 से 15 साल में पेड़ बनता है तो एक पेड़ की लकड़ी 60 से 75 हजार रुपये में एक पौधा बिक जाती है। ऐसे में मोहगनी की खेती से काफी अच्छी कमाई की जा सकती है। चौधरी ने बताया कि मोहगनी की खेती के साथ मैने बहुउद्देशीय खेती भी की है, जिसका मुझे अलग से लाभ मिल रहा है।
Plant Company & Nursery in PATNA | RANCHI | KANPUR – India
महोगनी की लकड़ी मजबूत और काफी लंबे समय तक उपयोग में लाई जाने वाली लकड़ी होती है। यह लकड़ी कभी भी खराब नहीं होती है। महोगनी की लकड़ी बाजार में काफी महंगी मिलती है। यह लकड़ी लाल और भूरे रंग की होती है। इस पर पानी का भी कोई असर नहीं पड़ता। यह पेड़ 50 डिग्री सेल्सियस तक तापमान को सहने की क्षमता रखता है और जल न भी हो तब भी यह लगातार बढ़ता ही जाता है।
किस काम आती है महोगनी की लकड़ी
महोगनी की लकड़ी फर्नीचर और बंदूक का बट बनाने के काम आती है। इसके अलावा इससे नाव भी बनाई जाती है। मेडिकल के लिए भी यह काफी बेशकीमती माना जाता है। इसके पत्तों का उपयोग मुख्य रूप से कैंसर, ब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों में होता है। इसके अलावा इसकी पत्तियों और बीज के तेल का इस्तेमाल मच्छर मारने वाली दवाइयों और कीटनाशक को बनाने में किया जाता है। इसके तेल का उपयोग कर साबुन, पेंट, वार्निस और कई तरह की दवाइयों को बनाया जाता है।
जानें इस पेड़ को लगाने का तरीका
1 फुट चौड़ा, 1.5 फुट गहरा व लम्बा गड्डा खोद कर उसमें ऑर्गेनिक खाद डाल कर पौधे लगाए दो। यह एक बहुत ही कड़वा पौधा होता है। इस पौधे में कोई भी बीमारी या कीड़ा नहीं लगता। इसकी देखभाल बहुत ही कम होती है। बीच में उगने वाली घास आदि को हटाना होता है। महोगनी की कीमत, महोगनी का पौधा पांच वर्षों में एक बार बीज देता है। इसके एक पौधे से पांच किलों तक बीज प्राप्त किए जा सकते है। इसके बीज की कीमत काफी ज्यादा होती है और यह एक हजार रुपये प्रति किलो तक बिकते है। वहीं इसकी लकड़ी होलसेल में कम से कम दो हजार से 2500 रुपये प्रति घन फीट बिकती है।